लोकाे पायलेट ने भूखे रहकर चलाई ट्रेन, गार्डों ने भी नहीं खाया खाना

उज्जैन | लोको पायलेट ने भूखे रहकर ट्रेन चलाई और गार्डों ने भी रनिंग रूम में खाना नहीं खाया। अॉल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के आग्रह पर ऐसा किया। एआईसीसी के संयाेजक अमरेंद्र कुमार ने बताया 25 अप्रैल को सुबह 8 बजे से 26 अप्रैल को रात 8 बजे उपवास पर रहेंगे। इसके परिपालन में शहर के 50 फीसदी स्टाफ ने ड्यूटी पर रहते हुए प्रदर्शन स्वरूप रनिंग रूम में भोजन नहीं किया। उन्होंने बताया उज्जैन में 250 पायलेट व 85 गार्ड हैं। इनमें से 50 फीसदी हमेशा ड्यूटी पर रहते हैं।
इन मांगों को लेकर प्रदर्शन
* सातवें पे कमीशन के तहत रनिंग स्टाफ के वेतन में 14.29 फीसदी की बढ़ोतरी करें।
* एचपीसी पर रेलवे बोर्ड के निर्णय को रिव्यु कर एलईओ चैन्नई के निर्देशों के साथ लागू करें।
* रनिंग एलाउंस आरएसी 1981 के फार्मूला अनुसार निश्चित करें।
* रनिंग एलाउंस पर गठित एम्पावर कमेटी रद्द करें।
* एसपीएडी में न्यूनतम दंड बर्खास्तगी को पूरी तरह खत्म करें।
* एनपीएस निरस्त करें और सभी रनिंग स्टाफ को रिटायमेंट बेनिफिट 55 फीसदी दें।